indore me ghumne ki jagah | Indore ke aas paas Ghumne Ki Jagah

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indore me ghumne ki jagah > इंदौर को मध्य प्रदेश का सबसे स्वच्छ शहर माना जाता है, और इसे भारत में स्वच्छता के मामले में कई बार पहले स्थान का खिताब मिल चुका है। वर्तमान समय में भी इंदौर भारत का सबसे साफ-सुथरा शहर है। यह मालवा पठार पर स्थित है और सरस्वती नदी के किनारे बसा हुआ है। व्यवसाय के मामले में भी इंदौर मध्य प्रदेश का एक प्रमुख केंद्र है। इसके अलावा, यहां कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं और शहर की स्वच्छता की वजह से यह पूरे भारत में विशेष पहचान रखता है।

इंदौर का मौसम भी काफी सुहावना रहता है, जिससे यह पर्यटन के लिए एक आदर्श जगह बन गया है। यहां एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भी है, जहां अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित होते हैं। इस शहर का निर्माण 1747 ईस्वी में होलकर वंश के मल्हार राव होलकर ने किया था। पहले इसका नाम ‘इंदुर’ रखा गया था, जिसे बाद में ‘इंदौर’ कर दिया गया। इंदौर की स्थापत्य कला में मराठा और फ्रांसीसी शैली का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है।

1. खजराना मंदिर इंदौर – indore ghumne ki jagah

खजराना मंदिर इंदौर का एक महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जिसे गणेश मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर खजराना क्षेत्र में स्थित है और भगवान गणेश को समर्पित है। इसका निर्माण रानी अहिल्याबाई होल्कर ने 1735 ईस्वी में करवाया था। इस मंदिर की एक रोचक कहानी है कि औरंगजेब के समय में गणेश की मूर्ति को सुरक्षा के लिए एक कुएं में छुपा दिया गया था।

खजराना मंदिर की खास मान्यता है कि यहां दर्शन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस मंदिर को न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से, बल्कि शहर के व्यवसायियों के बीच भी विशेष महत्व प्राप्त है, क्योंकि वे यहां आकर अपनी सफलताओं के लिए आशीर्वाद मांगते हैं।

खजराना गणेश मंदिर की विशेषता यह है कि जब आप यहां पहुंचते हैं, तो आपको एक अद्भुत शांति और सुकून का अनुभव होता है। इस मंदिर में भगवान गणेश की प्रमुख मूर्ति मिट्टी और पानी से बनाई गई है, जो इसे और भी खास बनाती है। गणेश जी के अलावा, मंदिर परिसर में आपको अन्य देवताओं की प्रतिमाएं भी देखने को मिलेंगी, जैसे शनिदेव, भैरव बाबा, और भोलेनाथ की प्रतिमाएं।

यह मंदिर न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्ध है। अगर आप इस मंदिर में दर्शन करने की योजना बना रहे हैं, तो आप यहां सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और फिर शाम 4:00 बजे से रात 8:00 बजे तक दर्शन कर सकते हैं।

2. लाल बाग पैलेस इंदौर – indore me ghumne ki jagah

लालबाग पैलेस इंदौर की एक ऐतिहासिक और प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो अपने भव्य और सुंदर निर्माण के लिए जाना जाता है। यह पैलेस सरस्वती नदी के किनारे स्थित है और इसका निर्माण 1886 में महाराजा शिवाजी राव होलकर द्वारा शुरू किया गया था। इस महल का निर्माण 1921 में होलकर वंश के शासनकाल में पूरा हुआ। यह भव्य महल लगभग 28 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और यहां होलकर राजाओं की जीवनशैली की एक झलक मिलती है।

लालबाग पैलेस में इटालियन मार्बल का उपयोग किया गया है, जो इसे और भी आकर्षक बनाता है। इसकी वास्तुकला बहुत ही अद्वितीय और शानदार है। यह महल अब एक संग्रहालय के रूप में परिवर्तित हो गया है, जहां मराठा साम्राज्य और होलकर वंश से संबंधित कई महत्वपूर्ण वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं। इसके अलावा, महल के अंदर एक नृत्य कक्ष और बॉलरूम भी हैं, जो इसके शाही अतीत की याद दिलाते हैं।

अगर आप इस पैलेस को देखना चाहते हैं, तो आप सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक यहां आ सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि यह सोमवार को बंद रहता है। प्रवेश शुल्क भारतीय नागरिकों के लिए ₹10 है, जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए यह ₹200 है। अगर आप फोटोग्राफी या वीडियो बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए अतिरिक्त शुल्क देना होगा।

3. राजवाड़ा पैलेस इंदौर – ghumne ki jagah in indore

रजवाड़ा पैलेस का निर्माण 1747 में महाराजा मल्हार राव होलकर द्वारा किया गया था, जो होलकर वंश के प्रतिष्ठित शासक थे। यह महल इंदौर का एक ऐतिहासिक और प्रमुख पर्यटन स्थल है। रजवाड़ा पैलेस सात मंजिला इमारत है, जो अपनी भव्यता और शाही वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। इस महल में आप मराठा और मुग़ल वास्तुकला का अनोखा मिश्रण देख सकते हैं, जो इसे और भी खास बनाता है।

यह महल इंदौर के मुख्य चौराहे पर स्थित है और इंदौर की ऐतिहासिक धरोहरों में से एक माना जाता है। रजवाड़ा पैलेस के सामने 1802 में बने एक बगीचे में महारानी अहिल्याबाई होलकर की कई मूर्तियां स्थापित की गई हैं, जो होलकर वंश के गौरव को दर्शाती हैं। यह महल समय के साथ पुराना हो गया है, लेकिन इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व आज भी लोगों को आकर्षित करता है।

अगर आप पीएमएल (पैलेस या संग्रहालय) घूमने जाना चाहते हैं, तो आप सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक यहां जा सकते हैं। प्रवेश के लिए आपको ₹10 का टिकट खरीदना होगा। यदि आप विदेशी पर्यटक हैं, तो आपके लिए टिकट की कीमत ₹250 होगी। फोटोग्राफी के लिए आपको अतिरिक्त ₹25 का शुल्क देना होगा, और यदि आप वीडियो बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए ₹100 का अतिरिक्त चार्ज लिया जाएगा।

यहां आकर आप प्राचीन काल से जुड़ी कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक वस्तुएं देख सकते हैं, जो इस स्थान के गौरवशाली अतीत को दर्शाती हैं। यह जगह इतिहास प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल है।

4. कांच मंदिर इंदौर – indore mein ghumne ki jagah

दोस्तों, अगर आप इंदौर जाते हैं, तो आपको कांच मंदिर जरूर देखना चाहिए। यह एक अद्वितीय जैन मंदिर है, जो मध्य प्रदेश के इंदौर के इतवारिया बाजार में स्थित है और घूमने की एक प्रमुख जगह है। इसका निर्माण 1903 में सेठ हुकुमचंद जैन द्वारा करवाया गया था। यह मंदिर पूरी तरह से कांच से बना हुआ है, जिसमें दीवारें, स्तंभ, और दरवाजे शामिल हैं। इस मंदिर की भव्य संरचना मध्यकालीन हवेली के समान है।

मंदिर की मुख्य प्रतिमा भगवान महावीर की है, जो कला और रंगीन कांच के मोतियों से सजाई गई है। इसके अलावा, मंदिर में जैन धर्म के विभिन्न पहलुओं को भी दर्शाया गया है, जो इसे धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से विशेष बनाता है।

मंदिर में आपको जैन धर्म की कई कहानियां चित्रों के माध्यम से समझाई गई हैं। इस मंदिर में जैन त्योहार जैसे सामूहिक क्षमापना, सुगंध दशमी, और वार्षिक व्रत यात्रा का आयोजन भी बड़े धूमधाम से किया जाता है। सुबह के समय, जब सूर्य की किरणें कांच पर पड़ती हैं, तो यहां का दृश्य बेहद अद्भुत और देखने योग्य होता है।

अगर आप कांच मंदिर में दर्शन करने के इच्छुक हैं, तो आप सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और शाम 4:00 बजे से रात 8:00 बजे तक यहां जा सकते हैं। यह मंदिर अपनी अनोखी संरचना और धार्मिक महत्व के कारण इंदौर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यह स्थान न केवल धार्मिक भावनाओं को संतुष्ट करता है, बल्कि कला और उत्कृष्टता के बेहतरीन उदाहरणों को भी प्रदर्शित करता है।

5. पातालपानी झरना इंदौर – indore m ghumne ki jagah

पतला पानी झरना इंदौर से लगभग 35 किलोमीटर दूर मऊ तहसील में स्थित है। यह झरना 14 नदी द्वारा निर्मित है और लगभग 300 फीट की ऊंचाई से गिरता है। इसके जल का स्रोत अभी तक अज्ञात है, और लोक कथाओं के अनुसार, यह झरना पाताल तक पहुंचता है, इसलिए इसका नाम पातालपानी रखा गया है। झरने के आसपास के क्षेत्र में विशाल पहाड़ियां और हरियाली फैली हुई है, जो इसे एक खूबसूरत और आकर्षक स्थल बनाती हैं।

यह स्थान इंदौर के पास एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है, खासकर बरसात के मौसम में जब झरना अपने पूरे वेग से बहता है, और चारों ओर की प्राकृतिक सुंदरता और भी निखर जाती है। बारिश के समय यहां आना एक अनोखा अनुभव होता है। हालांकि, गर्मियों के मौसम में झरना सूख जाता है, इसलिए इस मौसम में यहां आने की सलाह नहीं दी जाती। पातालपानी 24 घंटे खुला रहता है, लेकिन दिन के समय यहां आना सुरक्षित रहता है, क्योंकि आसपास जंगल का क्षेत्र है, जो रात में थोड़ा असुरक्षित हो सकता है।

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दोस्तों, इस आर्टिकल में हमने आपको इंदौर और इसके आसपास घूमने की सबसे बेहतरीन जगहों के बारे में जानकारी दी है। अगर आपको हमारा article  पसंद आया है और इसे पढ़ने के बाद आप समझ गए हैं कि इंदौर में आप किन-किन स्थानों पर घूम सकते हैं, तो कृपया इस article को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। साथ ही, हमें कमेंट करके बताएं कि आपको हमारा आर्टिकल कैसा लगा। धन्यवाद!

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